
श्रेणी: भावनात्मक सत्य / रिश्ते
प्यार उलझन नहीं, सुकून होना चाहिए
सच्चे प्यार की पहचान एक सुकून भरी जगह होती है
- प्यार ऐसा नहीं होना चाहिए जो उलझन दे, वो घर जैसा सुकून होना चाहिए।
- अगर वो तुम्हें छोटा महसूस कराएं, तो वो प्यार नहीं बस जिंदा रहने की कोशिश है।
- जिसने तोड़ा है, वहीं से healing नहीं होती।
- उनकी ख़ामोशी सब कह चुकी थी, तुम ही बार-बार नई कहानी लिखते रहे।
- कभी-कभी "हमेशा" का अंत, आत्मा को बचाने के लिए होता है।
- उन्हें याद करना ये साबित नहीं करता कि वो तुम्हारे लिए थे।
- तुमने इसे प्यार कहा, पर तुम बस अकेले नहीं रहना चाहते थे।
- सच्चा प्यार सीने में जंग की तरह नहीं लगता।
- उलझन को केमिस्ट्री मत समझ लेना।
- वो तुम्हारा सुकून नहीं थे, तुम बस शोर के आदि हो गए थे।
- सच्चा प्यार कभी तुम्हें छोटा नहीं बनाता।
- जो तकलीफ दे रहा है, उसे छोड़ दो चाहे उसने कभी थामा ही क्यों न हो।
- तुम ऐसे प्यार के हकदार थे जो बिना झिझक तुम्हें चुने।
- क्लोजर हमेशा बातचीत नहीं होता कभी-कभी वो एक फैसला होता है।
- तुम अपनी अहमियत साबित करते रहे, जबकि वो इसके लायक ही नहीं थे।
- उन्हें चाहना, तुम्हारे बहुत से हिस्से खो देने जैसा था।
- जो सही इंसान होगा, वो जंग जैसा नहीं लगेगा।
- जब प्यार सही होता है, तो वो शांति देता है शोर नहीं।
- जो टूटे थे, उन्हें ठीक करना तुम्हारा काम नहीं था।
- कुछ दिल घर नहीं, सबक होते हैं।