डिड्डी की सज़ा: पूरी कहानी 10 स्लाइड्स में
मामला
शॉन 'डिड्डी' कॉम्ब्स पर 2024 में वेश्यावृत्ति, रैकेटियरिंग और सेक्स ट्रैफिकिंग के आरोप लगे। यह 2025 का सबसे चर्चित केस बना।
फैसला
2 जुलाई 2025 को जूरी ने उन्हें रैकेटियरिंग और सेक्स ट्रैफिकिंग से बरी किया, लेकिन वेश्यावृत्ति से जुड़े अपराध में दोषी ठहराया।
सज़ा की तारीख
जज ने सज़ा की तारीख 3 अक्टूबर 2025 तय की, जब दोनों पक्षों ने अपनी सिफारिशें पेश कीं।
अभियोजन
अभियोजन ने 51–63 महीने की सज़ा मांगी, गवाहों ने हिंसा, जबरदस्ती और 'फ्रीक-ऑफ्स' की घटनाओं का ज़िक्र किया।
बचाव
डिड्डी के वकीलों ने 21–27 महीने की सज़ा मांगी, उनकी उम्र, अच्छे आचरण और पहले बिताए समय को आधार बनाया।
जज
भारतीय मूल के जज अरुण सुब्रमणियन ने मामला सुना और दोनों पक्षों के तर्कों के बाद निर्णय दिया।
सज़ा
3 अक्टूबर 2025 को डिड्डी को 50 महीने (4 साल 2 महीने) की जेल और $500,000 का जुर्माना लगाया गया।
समय शेष
सितंबर 2024 से हिरासत में होने के कारण उन्होंने 12 महीने पहले ही काट लिए हैं। लगभग 36 महीने बाकी हैं।
जेल के बाद
रिहाई के बाद उन्हें 5 साल तक निगरानी में रहना होगा। उनकी टीम फैसले के खिलाफ अपील भी करेगी।
प्रभाव
यह केस सेलिब्रिटी ट्रायल्स में मील का पत्थर है। इसने शक्ति, ज़िम्मेदारी और पीड़ितों की आवाज़ को केंद्र में ला दिया।
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