एक फोटो, एक रात

28 नवंबर 2025 – देर अल-बलह, गाजा। रात 2:14 बजे एक फोटो आई और मिनटों में हर फिलिस्तीनी अकाउंट पर फैल गई।

वो मां

उसका नाम उम्म मोहम्मद है। 3 साल का बेटा आदम सोते वक्त एयरस्ट्राइक में चला गया। फोटो में वो आखिरी चुंबन ले रही है।

सफेद कफन में

आदम का छोटा सा शरीर खून से सने कफन में। मां उसे छोड़ने को तैयार नहीं, बार-बार चूम रही है।

हर जगह एक ही कैप्शन

हजारों मांओं ने यही फोटो डाली और यही लिखा: «ये कल मेरा बच्चा भी हो सकता है»।

42,000+ शेयर्स

12 घंटे में 42 हजार से ज्यादा मांओं ने शेयर किया। रफाह से जेनिन, लंदन से अम्मान – हर टाइमलाइन में वही फोटो।

शब्दों की जरूरत नहीं

कोई कमेंट नहीं। सिर्फ टूटा दिल और फिलिस्तीन का झंडा। फोटो खुद सब बोल रही है।

हर वार्ड में एक आदम

डॉक्टर कहते हैं हर वार्ड में एक और 'आदम' है। 14 महीने में 14,000+ बच्चे मारे गए। हर मां अब अपने बच्चे को उसी कफन में देख रही है।

ये नंबर नहीं हैं

उम्म मोहम्मद की चचेरी बहन लिखती है: «वे इन्हें आंकड़े कहते हैं, हम इन्हें आदम, लैला, उमर कहते हैं… हमारे बच्चे।»

खामोश चीख

मेटा इसे «ग्राफिक» कहकर हटाता है। हर बार हटाने पर दस और मांएं फिर अपलोड कर देती हैं। फोटो मरने को तैयार नहीं।

क्या नजरें फेर लोगे?

ये मां का चुंबन गाजा की अब तक की सबसे ऊंची चीख है। अगर ये फोटो आपको नहीं हिला सकी तो कुछ नहीं हिलाएगा। शेयर करें ताकि दुनिया मुंह न फेर सके 🇵🇸

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