खामोशी

अक्टूबर में जारी होने वाली अमेरिकी जॉब रिपोर्ट नहीं आई। यह पहली बार हुआ और इसने निवेशकों व आम लोगों में चिंता बढ़ा दी।

शटडाउन

सरकारी शटडाउन के कारण लेबर सांख्यिकी ब्यूरो बंद है। नए बेरोज़गारी, वेतन और भर्ती के आंकड़े फिलहाल रुके हुए हैं।

अनिश्चितता

आधिकारिक रिपोर्ट के बिना नीति-निर्माता और निवेशक अंधेरे में फैसले ले रहे हैं-ब्याज दर और बाज़ार पर असर पड़ सकता है।

निजी डेटा

इस कमी को भरने के लिए निजी रिपोर्ट आईं: ADP ने सितंबर में लगभग 32,000 नौकरियां खत्म होने की सूचना दी-2023 के बाद सबसे बड़ी गिरावट।

भर्ती सुस्त

कंपनियां पहले ही 2009 के बाद सबसे कम भर्ती की योजना बना रही थीं, शटडाउन ने उनकी हिचक को और बढ़ा दिया।

संघीय असर

लगभग 8 लाख संघीय कर्मचारी छुट्टी पर या बिना वेतन काम कर रहे हैं-भविष्य की बेरोज़गारी गणना और आय दोनों प्रभावित।

लहर प्रभाव

CPI, बेरोज़गारी दावे, वेतन वृद्धि जैसी प्रमुख रिपोर्टों में देरी से पूर्वानुमान बिगड़ रहे हैं और बाज़ार अस्थिर हो सकता है।

आगे की चुनौती

विशेषज्ञों का कहना है कि शटडाउन के खत्म होने के बाद भी असर हफ्तों तक रहेगा-रिपोर्टों में संशोधन और उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे।

अगले कदम

शटडाउन के बाद देर से आए आंकड़े अचानक बेरोज़गारी, वेतन और विकास दर के रुझान बदल सकते हैं।

निष्कर्ष

जॉब रिपोर्ट की कमी दिखाती है कि राजनीतिक रुकावट कैसे आर्थिक समझ को कमजोर कर सकती है।