SILK (Smooth Incision Lenticule Keratomileusis) एक फ्लैप-रहित लेजर आँख सर्जरी है, जो कॉर्निया को एक छोटे चीरे से आकार बदलकर मायोपिया या ऐस्टिग्मेटिज़्म ठीक करती है. :contentReference[oaicite:9]{index=9}
प्रक्रिया
एक femtosecond लेजर कॉर्निया के अंदर एक ‘लेंटिक्यूल’ बनाता है, जिसे छोटे से चीरे से निकाला जाता है। कोई बड़ा फ्लैप नहीं बनता। :contentReference[oaicite:10]{index=10}
फायदे
फ्लैप रोधी, फ्लैप जटिलता कम, तेज़ रिकवरी, कम सूखे आँख की समस्या और सटीक सुधार यह SILK के प्रमुख लाभ हैं। :contentReference[oaicite:11]{index=11}
उपयुक्त व्यक्ति
वे जिनकी दृष्टि स्थिर हो, आयु 18+, स्वस्थ कॉर्निया हो और चश्मा/कॉन्टैक्ट लेंस छोड़ना चाहते हों। :contentReference[oaicite:12]{index=12}
रिकवरी
24 घंटे में अधिकांश लोग स्पष्ट दृष्टि अनुभव करते हैं। 1–2 दिन में रोजमर्रा का काम फिर से शुरू किया जा सकता है। :contentReference[oaicite:13]{index=13}
साइड इफेक्ट्स
कुछ मामलों में सूखी आँखें, रात में ग्लेयर/हेलोस, दृष्टि में उतार-चढ़ाव या सुधार की ज़रूरत हो सकती है। :contentReference[oaicite:14]{index=14}
LASIK से तुलना
LASIK में फ्लैप बनाना होता है, जिससे जटिलताएँ हो सकती हैं। SILK में फ्लैप नहीं बनता, इसलिए फ्लैप से जुड़ी ख़तरे कम होते हैं। :contentReference[oaicite:15]{index=15}
लागत
भारत में SILK की शुरुआत लागत लगभग ₹1,30,000 से होती है। केंद्र, सर्जन और तकनीक के अनुसार भिन्न हो सकती है। :contentReference[oaicite:16]{index=16}
सावधानियाँ
आँख मलने से रोकें, भारी व्यायाम, तैराकी बचें। डॉक्टर द्वारा दिए ड्रॉप्स का उपयोग करें और फॉलो-अप जाएँ। :contentReference[oaicite:17]{index=17}
निष्कर्ष
SILK दृष्टि सुधार के लिए उन्नत विकल्प है। यह देखें कि क्या आप इसके लिए उपयुक्त हैं-किसी नेत्र विशेषज्ञ से सलाह लें।