2025 में नई US प्राइवेसी नियमों से पब्लिशर्स पर बड़ा असर
अपडेट
17 नवंबर 2025 से डेलावेयर और ओरेगन यूनिवर्सल ऑप्ट-आउट लागू करेंगे। Google सीधे GPC सिग्नल प्राप्त करेगा और Restricted Data Processing (RDP) मोड सक्रिय करेगा, जिससे पर्सनलाइज्ड विज्ञापन सीमित हो जाएंगे।
मतलब
यूनिवर्सल ऑप्ट-आउट वह सिस्टम है जिसमें यूज़र अपने ब्राउज़र से ही डेटा-आधारित विज्ञापनों को रोकने का संकेत भेज सकते हैं। GPC सिग्नल ऑटोमैटिक होता है-किसी क्लिक की ज़रूरत नहीं।
राज्य
डेलावेयर और ओरेगन अब कोलोराडो, कनेक्टिकट, मोंटाना, नेब्रास्का, टेक्सास, न्यू जर्सी और अन्य राज्यों की तरह प्राइवेसी मानक अपना रहे हैं। यह US में तेजी से बढ़ता ट्रेंड है।
असर
GPC सिग्नल मिलते ही Google RDP मोड ऑन करता है। इसका मतलब है कि यूज़र डेटा का उपयोग सीमित हो जाता है और विज्ञापन कम पर्सनलाइज्ड दिखते हैं।
विज्ञापन
RDP मोड में विज्ञापन टार्गेटिंग साधारण हो जाती है। इससे CPM कम हो सकते हैं, क्योंकि विज्ञापनदाता कम जानकारी के साथ बोली लगाते हैं।
ट्रैफिक
अगर आपकी साइट पर डेलावेयर और ओरेगन से अच्छा ट्रैफिक आता है, तो विज्ञापन कमाई में बदलाव दिख सकते हैं। यह US दर्शकों वाली साइट्स को ज्यादा प्रभावित करेगा।
अनुपालन
साइट की प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट रखें और GPC जैसे सिग्नलों का ज़िक्र करें। पारदर्शिता न केवल अनुपालन में मदद करती है, बल्कि भरोसा भी बढ़ाती है।
क्रिएटर्स
पर्सनलाइज्ड विज्ञापनों पर निर्भर छोटे क्रिएटर्स को ज्यादा असर महसूस हो सकता है। एफिलिएट, ब्रांड डील और मेंबरशिप जैसे विकल्प मदद कर सकते हैं।
भविष्य
2026 तक और भी राज्य ऐसे नियम अपना सकते हैं। यूनिवर्सल ऑप्ट-आउट US में नया मानक बन रहा है और विज्ञापन उद्योग को प्राइवेसी-केंद्रित बना रहा है।
तैयारी
एनालिटिक्स, CPM बदलाव और AdSense/Ad Manager सेटअप की निगरानी करें। समय पर तैयारी करने से कमाई पर नकारात्मक असर कम हो सकता है।